
Radio Lata Mangeshkar
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Radio Lata Mangeshkar: Lata Mangeshkar’s songs are liked by today’s youth as much as people used to do in the 80s and 90s. Even today people of every class like to listen to the songs sung by Lata Mangeshkar.
There is such sweetness in his voice that even today people get mesmerized by listening to him. His voice is so melodious that it is said that Goddess Saraswati resides in Lata Mangeshkar’s neck.
And it is difficult to forget Lata Mangeshkar’s contribution as a background singer in films. He has lent his melodious voice to sing in almost every language.
Lata Mangeshkar dedicated her entire life to music. Till now more than 30 thousand songs have been sung by him. His songs still have the same maturity that used to be there in the early years of 80-90.
Lata Mangeshkar the famous music composer has worked with SD Burman, Madan Mohan, Jai Kishan, Naushad Ali etc.
Lata Mangeshkar gave 80 years of her life to music. He was given Rs 25 for singing on stage for the first time. Which was the first earning of his life.
The years 1948 and 1949 were very good in his life, in these 2 years he sang many superhit songs for films. And this year songs like Dil Mera Toda, Aayega Aane Wala were super duper hits.
After which Lata Mangeshkar did not look back. He sang many songs in his life time which have been in many languages.
Lata Mangeshkar Biography in Hindi
28 सितंबर, 1929 को जन्मी लता मंगेशकर एक प्रसिद्ध भारतीय पार्श्व गायिका, संगीत निर्देशक और संगीतकार हैं। वह भारतीय संगीत उद्योग में सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित गायिकाओं में से एक हैं और उन्होंने 1,000 से अधिक हिंदी फिल्मों में गाया है। उन्हें उनकी सुरीली और भावपूर्ण आवाज के लिए “भारत कोकिला” के रूप में भी जाना जाता है। यहां लता मंगेशकर की एक संक्षिप्त जीवनी है, जिसमें उनकी कुछ प्रमुख उपलब्धियों और मील के पत्थर पर प्रकाश डाला गया है।
शुरुआती ज़िंदगी और पेशा
- भारत के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर के पिता एक शास्त्रीय संगीतकार थे, और उनकी माँ भी एक प्रशिक्षित गायिका थीं।
- उन्होंने कम उम्र में गाना शुरू किया और 1942 में मराठी फिल्म “किटी हसाल” से पार्श्व गायिका के रूप में अपनी शुरुआत की।
- लता मंगेशकर ने अपने करियर के शुरुआती वर्षों में अपनी ऊंची आवाज के लिए अस्वीकृति और आलोचना का सामना करते हुए संघर्ष किया।
- उन्हें अपनी पहली बड़ी सफलता 1949 में फिल्म “बरसात” से मिली, जहाँ उन्होंने प्रतिष्ठित गीत “हवा में उड़ता जाए” गाया।
- वह जल्द ही भारतीय फिल्म उद्योग में कई संगीतकारों और निर्देशकों के लिए पसंदीदा गायिका बन गईं।
करियर के मुख्य अंश
- लता मंगेशकर ने 1,000 से अधिक हिंदी फिल्मों में गाया है और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने रिकॉर्ड किए हैं।
- उन्होंने एसडी बर्मन, आरडी बर्मन, नौशाद, शंकर जयकिशन और एआर रहमान सहित कई प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ सहयोग किया है।
- उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में “ऐ मेरे वतन के लोगन,” “तेरे बिना जिंदगी से,” “लग जा गले,” “इन्ही लोगन ने,” और “पिया तोसे नैना लागे रे” शामिल हैं।
- उन्हें अपने पूरे करियर में कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं, जिनमें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और भारत रत्न शामिल हैं, जो भारत में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
- एकल कलाकार द्वारा इतिहास में सबसे अधिक गाने रिकॉर्ड करने के लिए उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा भी सम्मानित किया गया है।
व्यक्तिगत जीवन
- लता मंगेशकर ने कभी शादी नहीं की और अपना जीवन अपने संगीत और परिवार के लिए समर्पित कर दिया।
- उसके तीन भाई-बहन हैं जो भारतीय संगीत उद्योग में प्रसिद्ध गायक हैं।
- वह अपने परोपकारी कार्यों के लिए जानी जाती हैं और उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा सहित कई धर्मार्थ कार्यों के लिए दान दिया है।
विरासत और प्रभाव
- लता मंगेशकर की आवाज और संगीत ने भारत और दुनिया भर में गायकों और संगीतकारों की पीढ़ियों को प्रेरित किया है।
- आशा भोसले, अलका याग्निक और श्रेया घोषाल सहित कई अन्य पार्श्व गायकों पर उनका बड़ा प्रभाव रहा है।
- उनके संगीत ने सांस्कृतिक और भाषाई बाधाओं को पार कर लिया है और सभी उम्र और पृष्ठभूमि के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है।
- उन्हें भारतीय संगीत के इतिहास में सबसे महान गायकों में से एक माना जाता है और उन्होंने उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
लता मंगेशकर हमको हमीसे चुरा लो
निष्कर्ष
लता मंगेशकर भारतीय संगीत उद्योग में एक आइकन हैं और छह दशकों से अधिक समय से उद्योग पर एक प्रमुख प्रभाव रही हैं। उनकी सुरीली आवाज और भावपूर्ण संगीत ने दुनिया भर के लाखों लोगों के दिलों को छू लिया है। उन्होंने आकांक्षी गायकों और संगीतकारों के लिए मानक तय किए हैं और भारतीय संगीत उद्योग में उन्हें हमेशा एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा।